50-50 फार्मूले से बदल जाएगा कांग्रेस का चुनावी चेहरा, छत्तीसगढ़ में 50 साल से कम उम्र के हैं करीब 25 विधायक
मृगेंद्र पांडेय। रायपुर। देश में कांग्रेस को मजबूत करने और जनता की आवाज बनाने के लिए उदयपुर में हुए नव संकल्प शिविर में टिकट बंटवारे के तय किए गए 50-50 के फार्मूले से कांग्रेस का एक बड़ा वर्ग खुश है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव से लेकर नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव तक में 50 वर्ष से कम उम्र वालों को 50 फीसद टिकट का वादा किया गया है। ऐसा करके कांग्रेस नेतृत्व के स्तर पर नई पीढ़ी तैयार करना चाहती है। प्रदेश की विधानसभा में वर्तमान में करीब 25 विधायकों की उम्र 50 वर्ष से कम है, वहीं कुल सीटें 90 हैं। ऐसे में अगर यह फार्मूला लागू होता है तो 50 वर्ष से कम उम्र वाले 45 लोगों को टिकट मिल जाएगी। वहीं, लोकसभा चुनाव में भी पांच टिकट देनी होगी। इसे कांग्रेस नेतृत्व बड़े बदलाव के रूप में देख रहा है।
देश में कांग्रेस सबसे मजबूत स्थिति छत्तीसगढ़ में है। यहां युवा विधायकों के रूप में कांग्रेस की दूसरी पंक्ति तैयार हो रही है। भिलाई से विधायक देवेंद्र यादव और खुज्जी विधायक छन्नी साहू अभी 35 वर्ष की उम्र सीमा को पार नहीं किया है। भूपेश बघेल सरकार में 50 वर्ष से कम उम्र के दो विधायकों उमेश पटेल और गुरु रुद्र को मंत्री बनाया गया है। सरगुजा संभाग से गुलाब कमरो, डा. विनय जायसवाल, अंबिका सिंहदेव, विनय भगत, बिलासपुर संभाग से प्रकाश नायक, उत्तरी जांगड़े, लालजीत राठिया, पुरुषोत्तम कंवर, शैलेष पांडेय और रामकुमार यादव अभी 50 वर्ष से कम उम्र के हैं। रायपुर संभाग में विकास उपाध्याय, विनोद चंद्राकर, शकुंतला साहू और चंद्रदेव राय इस श्रेणी में आते हैं
दुर्ग संभाग में सबसे ज्यादा 50 से कम वाले विधायक
50 वर्ष से कम उम्र वाले सबसे ज्यादा विधायक दुर्ग संभाग में हैं। यहां संगीता सिन्हा, कुंवर निषाद, आशीष छाबड़ा, ममता चंद्राकर, यशोदा वर्मा और गुरुदयाल बंजारे इस श्रेणी में आते हैं। मंत्री रुद्र गुरु, देवेंद्र यादव व छन्न्ी साहू भी दुर्ग संभाग का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीं, बस्तर में संतराम नेताम, रजमन बेंजाम और विक्रम मंडावी युवाओं का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।