राजधानी भोपाल में आज महिला कांग्रेस द्वारा जबरदस्त प्रदर्शन किया गया. नारी आंदोलन के दूसरे चरण में बुधवार (28 अगस्त) को महिला कांग्रेस की सदस्यों ने रोशनपुरा चौराहे पर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल भी मौजूद रहीं. धरना प्रदर्शन के बाद महिला कांग्रेस नेत्रियां राजभवन की तरफ जाने लगी, जहां पुलिस ने उन्हें रोक दिया. तेज गर्मी की वजह से प्रदेश महिला अध्यक्ष विभा पटेल को चक्कर आ गए और वह नीचे बैठ गईं.
सभा को संबोधित करते हुए महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल ने कहा कि महिला अत्याचार में मध्य प्रदेश पहले नंबर पर है. यहां हर दिन रेप की 17 घटनाएं सामने आती हैं. ऐसे में महिलाओं के लिए बने कानून को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता है. अपराधियों में खौफ होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता. पीड़ित को भटकना पड़ता है. आर्थिक, सामाजिक और यौन उत्पीड़न, महिला आरक्षण, जातिगत जनगणना, बेलगाम महंगाई, चौपथ स्वास्थ्य व्यवस्था जैसे कई मुद्दे हैं. हम यह भी चाहते हैं कि लाड़ली बहनों की लिस्ट से काटे गए नाम वापस जोड़े जाएं.
महिलाएं राज्य और देश भी चला सकती
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि महिलाओं को विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए, उन्होंने कहा कि जब महिलाएं घर चला सकती है तो वे राज्य और देश भी चला सकती हैं. धरना प्रदर्शन को पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी संबोधित किया. वर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कही थी. अब लोकसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण चाहिए.
29 जुलाई को जंतर मंतर से हुई थी आंदोलन की शुरुआत
उन्होंने कहा कि यदि आज देश में आज किसी महिला को सबसे ज्यादा न्याय की जरूरत है वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन को है. बता दें महिला आंदोलन की शुरुआत 29 जुलाई को जंतर मंतर से हुई थी. महिला आंदोलन का आज दूसरा चरण रहा.