छत्तीसगढ़ में बलौदाबाजार घटना मामले में विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया था, जिसके विरोध में कई दिनों से प्रदर्शन चल रहा है. इस विरोध में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी हिस्सा लिया था. हालांकि, प्रदर्शन में जाने के दौरान पूर्व सीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई. कुछ लोगों ने उनके काफिले को बीच में रोक दिया.
दरअसल, बीते रविवार भूपेश बघेल भिलाई तीन निवास से निकल कर दुर्ग की ओर जा रहे थे. आरोप है कि इस बीच बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनका काफिला रुकवा दिया और नारेबाजी की. इसके बाद कांग्रेस नेता बहुत देर तक जाम में अटके रहे.
वीडियो के जरिए पुलिस करेगी पहचान
सुरक्षा अधिकारी द्वारा की गई शिकायत के बाद अब इस मामले में पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. पुलिस ने प्लाटून कमांडर से घटना का वीडियो मांगा है. अब उन आरोपियों की पहचान और तलाश की जा रही है जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री के साथ बदसलूकी और सुरक्षाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की.
भूपेश बघेल ने दी थी प्रतिक्रिया
काफिला घेरे जाने पर कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि वे सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन पर जा रहे थे जब बजरंग दल के लोगों ने रास्ते में उनके काफ़िले को घेर लिया और नारेबाज़ी की. इतना ही नहीं, गाली गलौज की और उनके सुरक्षाकर्मियों से धक्का मुक्की की.
'सरकार ने ही लगवाई सुरक्षा में सेंध'- भूपेश बघेल
भूपेश बघेल ने कहा, "बिना सूचना के चक्का जाम कर रहे ये बेकाबू युवा आरोप लगा रहे थे कि भिलाई में कोई आतंकी हमला हुआ है. अगर हमला हुआ है तो कार्रवाई की मांग प्रशासन से करें. मेरी सुरक्षा में सेंध लगाकर इस तरह रोकना प्रशासन का षड्यंत्र है. सुरक्षा सरकार ने दी है और वही इसमें सेंध लगवा रही है. प्रशासन मुझे विरोध प्रदर्शन के लिए जाने से रोकना चाहता था. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का इस तरह निरंकुश होना भाजपा सरकार पर काला धब्बा है."