मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि राज्य के 20 अधिकारियों का नार्को टेस्ट हो जाए तो यह स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि मध्य प्रदेश में पैसा लेकर पोस्टिंग हो रही है. उन्होंने कहा कि नार्को टेस्ट में कुछ भी गड़बड़ नहीं आई तो वे सार्वजनिक रूप से मीडिया के सामने माफी मांगने को तैयार हैं.
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आगर मालवा जिले के सुसनेर में ट्रैक्टर रैली निकाली. इस दौरान उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व सांसद सज्जन सिंह वर्मा सहित कांग्रेस के कई विधायक और पदाधिकारी मौजूद थे.
जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने कई वादे किए थे. उस समय बीजेपी नेताओं ने कहा था कि उनके 'चुनावी वादे किसी भी धार्मिक ग्रंथ से कम नहीं हैं. वादों को पूरी शिद्दत के साथ पूरा किया जाएगा.' पटवारी ने आरोप लगाया कि 9 महीने में सरकार ने एक भी वादा पूरा नहीं किया है.
फसलों के दाम पर बोले जीतू पटवारी
इसके अलावा, पीसीसी चीफ ने प्रदेश के 20 अधिकारियों का नार्को टेस्ट करने की मांग उठाई ताकि पोस्टिंग को लेकर चल रहे कथित भ्रष्टाचार के आरोप साबित हो सकें. पटवारी ने इस दौरान सोयाबीन की फसल 6000 रुपये, गेहूं की फसल 3000 रुपये और धान 3200 रुपये प्रति क्विंटल दिए जाने की मांग भी उठाई.
'पटवारी के मेंटल टेस्ट की जरूरत'- बीजेपी
दूसरी ओर मध्य प्रदेश बीजेपी के सह मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता देश की सभी मान्य संस्थाएं जैसे सीबीआई, ईडी, निर्वाचन आयोग सहित प्रशासनिक और पुलिस विभाग के अधिकारियों पर हमेशा से आरोप लगाते आए हैं.
बीजेपी नेता ने बड़ा हमला बोलते हुए कहा, "प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी सबसे असफल अध्यक्ष रहे हैं. उन्हें खुद का मेंटल टेस्ट करने की जरूरत है. कांग्रेस इसलिए बौखलाहट में है क्योंकि प्रदेश में सभी 29 सीट लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में आ चुकी है."
उन्होंने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्पष्ट बता दिया है कि वे किस पार्टी के साथ हैं. इसलिए अब अधिकारियों पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं.