मध्य प्रदेश के रतलाम में टीचर की शिकायत लेकर कन्या शिक्षा परिसर की छात्राएं आठ किमी पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुंचीं. यहां उन्होंने कलेक्टर से अपने शिक्षकों की शिकायत की. छात्राओं की शिकायत सुनकर कलेक्टर ने भी मौके पर ही फैसला करते हुए हॉस्टल सुपरिटेंडेंट को सस्पेंड कर दिया.
रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम ने बताया, मंगलवार को जनसुनवाई चल रही थी. इसी दौरान स्थानीय कन्या शिक्षा परिसर सगोद रोड की छात्राएं स्कूली ड्रेस में उनके पास पहुंची. इसके बाद कलेक्टर ने उन्हें अपने चेंबर में बिठाया और जब उनसे बातचीत की तो उनकी समस्या सुनकर कलेक्टर भी हैरान रह गए.
छात्राओं ने की ये शिकायत
छात्राओं ने बताया, वो पढ़ाई करना चाहती हैं, लेकिन फिजिक्स, केमिस्ट्री और अन्य विषयों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है. इसके लिए छात्राओं ने हॉस्टल सुपरिटेंडेंट को भी जिम्मेदार ठहराया. छात्राओं की शिकायत सुनकर हॉस्टल सुपरिटेंडेंट सुनीता हारी को कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. इसके अलावा प्रिंसिपल गणतंत्र मेहता को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
कलेक्टर ने शिक्षकों को बदलने के भी निर्देश जारी किए हैं. इसके अलावा साइंस विषय के लिए शिक्षकों के पैनल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर राजेश बाथम ने बताया कि छात्राएं काफी सक्रिय हैं. वो आवासीय परिसर में पढ़ाई करती हैं. उन्होंने न्यूज पेपर में पढ़ा था कि जनसुनवाई के दौरान सरकार लोगों की समस्या का निदान करती है.
इसी के चलते सभी एकजुट होकर मंगलवार को उनके दफ्तर पहुंच गईं. कलेक्टर ने कहा कि जब छात्राओं की समस्या का हल हो गया तो उन्होंने धन्यवाद भी दिया. इसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर अपर कलेक्टर शालिनी श्रीवास्तव ने उन्हें इंडियन कॉफी हाउस ले जाकर नाश्ता भी कराया. इसके बाद छात्राएं हॉस्टल लौटीं.