कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की ओर से अमेरिका में दिए जा रहे बयानों पर बीजेपी का हमला जारी है. पार्टी की तरफ से कई बड़े नेता राहुल के बयानों की आलोचना कर चुके हैं. अब भाजपा 26 सितंबर को दिल्ली में उनका आवास घेरने की तैयारी कर रही है. इसके लिए भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा यूपी-दिल्ली बॉर्डर गाजियाबाद से राहुल गांधी के आवास तक रोष मार्च निकालेगा. वहीं इससे पहले भाजपा कार्यकर्ता राहुल गांधी के खिलाफ 20 से 24 सितंबर के बीच यूपी के अलग-अलग जिलों में धरना प्रदर्शन करेंगे.
राहुल गांधी के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेंद्र कश्यप ने गुरुवार(19 सितंबर) को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से आरक्षण विरोधी रही है. राहुल गांधी के बयान की मैं निंदा करता हूं और उनसे कहना चाहता हूं कि देश में अब उनकी दादागिरी नहीं चलेगी. उनको पिछड़ों का आगे बढ़ना पसंद नहीं है,इसलिए उन्होंने विदेश की धरती पर आरक्षण का विरोध किया है. उनका दिया गया बयान देश के 85 प्रतिशत पिछड़े व दलितों का अपमान है.
क्या कहा था राहुल गांधी ने विदेश में
राहुल गांधी ने अमेरिका के दौरे पर मंगलवार को जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से बात की थी. इस दौरान जब उनसे पूछा गया था कि भारत में आरक्षण कब तक जारी रहेगा. इस पर राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब सही समय होगा, जोकि अभी नहीं है. राहुल ने कहा था, 'जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपये में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपये में से 5 रुपये मिलते हैं और ओबीसी को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है.
असलियत यह है कि उन्हें भागीदारी नहीं मिल रही है. भारत के हर एक बिजनेस लीडर की सूची देखें. मुझे आदिवासी, दलित का नाम दिखाएं. मुझे ओबीसी का नाम दिखाएं. मुझे लगता है कि शीर्ष 200 में से एक ओबीसी है. वे भारत के 50 प्रतिशत हैं, लेकिन हम इस बीमारी का इलाज नहीं कर रहे हैं. हालांकि अब, आरक्षण एकमात्र साधन नहीं है. अन्य साधन भी हैं.