2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से ही पार्टियों में बयानबाजी शुरू हो गई है. यहां तक कि सीटों को लेकर भी दावा ठोका जाने लगा है. चुनाव से कुछ महीने पहले सीट शेयरिंग का फॉर्मूला सेट होगा, लेकिन जेडीयू एमएलसी भगवान सिंह कुशवाहा ने मीडिया से कह दिया है कि उनकी पार्टी (जेडीयू) बिहार में बड़े भाई की भूमिका में है.
जेडीयू नेता ने कहा कि दो ही तरफ से लड़ाई है. एक तरफ एनडीए और दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन. भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा, "जब से हम एमएलसी बने हैं. दर्जनों जिलों में मेरा अभिनंदन हुआ. हम समझते हैं कि कुछ कारणवश इधर-उधर हमारे लोग हो गए थे. उसमें दो राय नहीं है. 2025 में जब चुनाव होगा तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के कैंडिडेट होंगे. एक तरफ तेजस्वी यादव जी सामने होंगे तो मैं समझता हूं एक भी वोट हमारे लोगों का या गरीबों का वोट इधर-उधर जाने वाला नहीं है."
'हमारी सीटें बढ़ेंगी तो बीजेपी को फायदा... गठबंधन को फायदा'
मीडिया के इस सवाल पर कि 2025 में कितनी सीटों पर लड़ेंगे? इस पर जेडीयू नेता और एमएलसी भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि हम 50-50 सीटों से ज्यादा पर लड़ेंगे. हम लोग बड़े भाई हैं. नीतीश कुमार को ज्यादा सीट मिलना चाहिए. बिहार में हम लोग मजबूत हैं या नहीं हैं ये बात नहीं है, हमारी सीटों को बढ़ा दिया जाएगा तो बीजेपी को भी फायदा होगा और गठबंधन को भी फायदा होगा.
जेडीयू नेता ने कहा कि नीतीश कुमार के नाम पर लव-कुश नहीं सभी लोग आगे आएंगे. 14 करोड़ जनता का नीतीश कुमार पर विश्वास है. उन्हें पता है कि ये रहेंगे तो मेरे हक में, हिस्सेदारी में, विधि-व्यवस्था में या विकास में कोई बंटा नहीं लगेगा. विश्वास के साथ बिहार के लोग वोट करेंगे.
तेजस्वी और उपेंद्र कुशवाहा की यात्रा पर क्या कहा?
उधर भगवान सिंह कुशवाहा ने तेजस्वी यादव की यात्रा पर भी हमला बोला. कहा कि तेजस्वी यादव को यात्रा से कोई लाभ नहीं होने वाला है. जो वोट उनका पहले नहीं था वो आज भी नहीं है. तेजस्वी यादव की यात्रा पिकनिक है. एनडीए में शामिल नेता उपेंद्र कुशवाहा भी यात्रा पर निकलने वाले हैं. इस पर उन्होंने कहा कि हम तो उपेंद्र कुशवाहा से आग्रह करेंगे कि अभी यात्रा का समय नहीं है. अभी संगठन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की जरूरत है. 2025 में एनडीए लड़ेगा. एनडीए के वो हिस्सा हैं तो संयुक्त रूप से एनडीए का जो अभियान चले उसमें उनको शामिल होना चाहिए था.
भगवान सिंह ने कहा, "उपेंद्र कुशवाहा अपने दल के हिसाब से जा रहे हैं. दल का विस्तार, दल को मजबूत करना चाहते हैं क्योंकि लोकसभा में पिट गए. विधानसभा चुनाव में तो कुछ सीट मिलेगी. लोगों से आग्रह करेंगे कि दल में रहिए. हम भी एनडीए में हैं. हम एनडीए से अलग नहीं हैं. यह बताने के लिए जा रहे हैं. इससे मुझे आपत्ति नहीं है. जाएं और अपनी ताकत नहीं एनडीए की ताकत को मजबूत करने की दिशा में बढ़ें. मेरा यही आग्रह है."