आरक्षण की मांग को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आज रविवार (1 सितंबर) को धरने पर बैठे हैं, जहां उन्होंने आरक्षण को लेकर कहा कि बीजेपी चाहती है कि कूड़ा बीनने वाले का बेटा और उसकी अगली पीढ़ी पूरी जिंदगी नालियां साफ करे, जो भिखारी हैं उन्हें पूरी ज़िंदगी भिखारी ही रखना चाहिए. यही बीजेपी की मानसिकता है. सभी बड़े समाजवादी नेताओं ने समय-समय पर जातियों की बात की. हमारे जो महापुरुष नेता थे, उन सभी ने आरक्षण की बात की और उन वर्गों की बात की जो समाज के सबसे निचले पायदान पर हैं, चाहे वो दलित हों, आदिवासी हों या पिछड़े. आज भी आप देखेंगे कि उन पर समाज में भेदभाव होता है.
'जानवरों की गणना होती है तो...'
तेजस्वी यादव ने कहा कि आज गाड़ी, पेड़, पंछी की गणना होती है. गणना के बाद कहते हैं कि यह पंछी विलुप्त हो रहा है, उसको कैसे बचाया जाए. जानवरों की गणना होती है, यह जानवर विलुप्त हो रहे हैं इन्हें कैसे बचाया जाए. इसी तरह लोगों की जातिय आधारित गणना भी जरूरी है, ताकि जो समाज छूट गया है उस समाज का कल्याण हो सके. हमने जाति आधारित गणना कराया तो बीजेपी वाले कोर्ट चले गए और इस पर रोक लगवा दी फिर हम लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में जाकर इस जीत कर लेकर आए हैं. मैंने आरक्षण कराया तो चाचा बीजेपी के साथ चले गए और आज बीजेपी वाला कोर्ट में जाकर इस पर रोक लगवा दिया. इससे किसका नुकसान हुआ, तेजस्वी का हुआ. नहीं यह आम जनता का नुकसान है.
'जानवरों की गणना होती है तो...'
तेजस्वी यादव ने कहा कि आज गाड़ी, पेड़, पंछी की गणना होती है. गणना के बाद कहते हैं कि यह पंछी विलुप्त हो रहा है, उसको कैसे बचाया जाए. जानवरों की गणना होती है, यह जानवर विलुप्त हो रहे हैं इन्हें कैसे बचाया जाए. इसी तरह लोगों की जातिय आधारित गणना भी जरूरी है, ताकि जो समाज छूट गया है उस समाज का कल्याण हो सके. हमने जाति आधारित गणना कराया तो बीजेपी वाले कोर्ट चले गए और इस पर रोक लगवा दी फिर हम लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में जाकर इस जीत कर लेकर आए हैं. मैंने आरक्षण कराया तो चाचा बीजेपी के साथ चले गए और आज बीजेपी वाला कोर्ट में जाकर इस पर रोक लगवा दिया. इससे किसका नुकसान हुआ, तेजस्वी का हुआ. नहीं यह आम जनता का नुकसान है.
जातीय गणना पर क्या बोले तेजस्वी यादव?
तेजस्वी यादव ने कहा कि "आज हम जातीय गणना की बात करते हैं तो एनडीए वाले कहते हैं यह बांटने वाले हैं. यह जात में लड़वाना चाहते हैं. ये लोग सरनेम लगाते हैं मिश्रा, यादव, सिंह, कोई श्रीवास्तव लिखते हैं, कोई कुशवाहा लिखते हैं. यह क्या लालू और तेजस्वी या फिर राष्ट्रीय जनता दल ने बनाया. पहले से बांटने का काम किसने किया. किसने यादव बनाया किसने, मुसलमान बनाया, किसने कुशवाहा बनाया. हम लोग बात करते हैं चाहे सिंह हो, श्रीवास्तव हो, यादव हो चाहे सवर्ण हो या पिछड़े जाति के हों, अति पिछड़े जाति के हों, दलित हों, आज उनकी स्थिति क्या है. यह पता करो. इसलिए हम जाति आधारित गणना की बात कर रहे हैं."
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि आज मैं धरने पर बैठा हूं और नीतीश कुमार को यह बताना चाहिए कि 9वीं अनुसूची में आरक्षण को केंद्र सरकार क्यों नहीं डाल रही है. तेजस्वी यादव ने जमकर नीतीश कुमार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब विशेष राज्य का दर्जा केंद्र ने कह दिया कि हम नहीं देंगे तो जेडीयू के लोग ताली बजा रहे थे. पूछिए उनसे की विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा या नहीं मिलेगा.