पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने अध्यक्ष पद से हटने की इच्छा जताई. कल सदस्यता अभियान की मीटिंग में भी शामिल नहीं हुए. पंजाब को लेकर बीजेपी हाईकमान की रणनीति से खुश नहीं. एक हफ्ते पहले पीएम मोदी से मिल कर नाखुशी जाहिर की थी. लेकिन, अभी तक लिखित में इस्तीफा नहीं दिया.
बता दें कि पंजाब में 2 दिन पहले ही पंचायत चुनाव का ऐलान हुआ है. 15 अक्टूबर को पंचायत चुनाव के लिए मतदान होगा. 27 से 4 अक्टूबर तक सरपंच और पंच पद के लिए नॉमिनेशन दाखिल किए जाएंगे, उससे पहले सुनील जाखड़ का बीजेपी अध्यक्ष पद छोड़ना पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है.
बिट्टू को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाए जाने से बढ़ी नाराजगी
बताया यह भी जा रहा है कि रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाए जाने से भी सुनील जाखड़ अपनी पार्टी से नाराज हैं. क्योंकि, बीजेपी ने बिट्टू के लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी उन्हें राजस्थान से राज्यसभा भेजा.
जाखड़ के नेतृत्व में बीजेपी नहीं जीत पाई 1 भी सीट
करीब 4 महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में पंजाब में बीजेपी एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत पाई. हालांकि, सुनील जाखड़ के आने के बाद पंजाब में बीजेपी का वोट प्रतिशत जरूर बढ़ा है. बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बाद तीसरी नंबर पर रही थी. उसे पंजाब में करीब 18 प्रतिशत वोट मिले थे.
सुनील जाखड़ का सियासी सफर
सुनील जाखड़ पंजाब के अबोहर जिले के गांव पंचकोसी के रहने वाले हैं. 2002 में सुनील जाखड़ पहली बार अबोहर शहर से विधायक चुने गए थे. वे इस सीट से तीन बार विधायक बने. 2012 से लेकर 2017 तक सुनील जाखड़ पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे हैं. 19 मई 2022 को सुनील जाखड़ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. इसके बाद पार्टी ने उन्हें पंजाब बीजेपी का अध्यक्ष बनाया था.