मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज दो सितंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. मामला भोपाल की राजीव गांधी प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (Rajiv Gandhi Proudyogiki Vishwavidyalaya) में सरकारी राशि की हेराफेरी का है. ईडी की टीम ने निलंबित रजिस्ट्रार आरएस राजपूत के घर पर छापा मारा. सूत्रों के अनुसार, छापेमारी में घर से दस्तावेज और साक्ष्य ईडी की टीम ने बरामद किये हैं.
बता दें कि रजिस्ट्रार आरएस राजपूत के खिलाफ केंद्रीय एजेंसी से मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत की गयी थी. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया. बताया जाता है कि आरएस राजपूत के रजिस्ट्रार रहते आरजीपीवी में 19.48 करोड़ का घोटाला हुआ है. आरएस राजपूत पर सरकारी राशि को प्राइवेट खाते में ट्रांसफर करने का आरोप है. घोटाले में कुलपति की भी भूमिका बताई गयी है. मामला उजागर होने के बाद कुलपति प्रो. सुनील कुमार, पूर्व रजिस्ट्रार आरएस राजपूत, तत्कालीन फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेश वर्मा, बैंक मैनेजर मयंक सहित पांच लोगों पर गांधी नगर थाने में एफआईआर दर्ज हुआ था.
RGPV रजिस्ट्रार के घर पर ईडी की छापेमारी
आरजीपीवी अकाउंट से 19.48 करोड़ की हेराफेरी मामले ने राजनीतिक रूप ले लिया था. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओं ने कड़ी नाराजगी जताई थी. उन्होंने आंदोलन कर कार्रवाई करने के लिए सरकार पर दबाव बनाया. एबीवीपी के दबाव की वजह से ईडी की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एंट्री हुई है.