भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का सदस्यता अभियान मध्य प्रदेश की राजनीति में नया अखाड़ा बन गया है. कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी बीच कांग्रेस की तरफ से दावा दिया गया है कि विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में ढाई करोड़ से ज्यादा लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया.
‘बीजेपी मुद्दों से भटकाना चाहती है’
मध्य प्रदेश के विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि केंद्र में भी कांग्रेस मजबूती से विपक्ष में बैठी है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी सदस्यता अभियान की आड़ में मुख्य मुद्दों से भटकाना चाहती है. इसी के चलते बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा केवल सदस्यता अभियान में किसी भी तरीके से सदस्य बढ़ाने में जुटे हुए हैं. कभी राशन की दुकान पर तो कभी कॉलेज में तो कभी नौकरी दिलाने का आश्वासन के चलते झूठे रजिस्ट्रेशन कराये जा रहे हैं.
‘कांग्रेस को ऐसा शोभा नहीं देता’
विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के आरोपों पर प्रदेश बीजेपी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने तीखा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी संगठन की शक्ति और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के नेतृत्व में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जोरदार हार का सामना किया है. ऐसी स्थिति में उनके मुंह से ऐसी "शब्दावली" शोभा नहीं देती है. उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान इस बात का द्योतक है कि आगे भी मध्य प्रदेश बीजेपी की जड़े और भी मजबूत होगी.
जीतू पटवारी ने BJP के अभियान पर खड़े किए सवाल
इससे पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बीजेपी के सदस्यता अभियान को लेकर सवाल खड़े किए. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि मध्य प्रदेश में बीजेपी नेता अपने आकाओं को खुश करने के लिए अब सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को भी बीजेपी का सदस्य बना रहे हैं. हाल ही में भोपाल नगर निगम के शासकीय कर्मचारियों को बीजेपी का सदस्य बनाया गया है. मैं सभी शासकीय सेवकों से कहना चाहता हूं कि आपकी प्रतिबद्धता किसी पार्टी के प्रति नहीं, बल्कि जनता और जनसेवा के प्रति होनी चाहिए.
उन्होंने आगे लिखा कि राजनीतिक दबाव और प्रभाव में आने वाले सरकारी सेवक याद रखें, यदि सरकारी पद पर होने के बावजूद आपका बीजेपी से किसी भी प्रकार का जुड़ाव दिखा, तो 4 साल बाद इसका पूरा हिसाब लिया जाएगा. इसलिए, अपनी निष्ठा केवल "सेवा नियमों" के प्रति रखें.