बिहार एनडीए में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. इसे लेकर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि 8 अक्टूबर को हरियाणा, जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव के नतीजे आते ही बिहार में राजनीतिक भूकंप आएगा. बिहार मध्यावधि चुनाव की ओर जाएगा. जेडीयू अक्टूबर का इंतजार कर रही है. जेडीयू बीजेपी से पल्ला झाड़ लेगी. बीजेपी नीतीश पर सीएम की कुर्सी छोड़ने का दवाब बना रही है. दोनों राज्यों के नतीजे आते ही बीजेपी की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी. जेडीयू बीजेपी में हर मुद्दे पर खटपट है.
'नतीजे का बिहार में बड़ा साइड इफेक्ट दिखेगा'
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जेडीयू नीतीश को पीएम बनाने और भारत रत्न देने की मांग कर रही है. नीतीश को आरजेडी साथ कभी नहीं लेगी. क्योंकि 'बिहार की जनता की है पुकार, अबकी बार तेजस्वी की सरकार'. हरियाणा, जम्मू कश्मीर केएग्जिट पोल के नतीजे सच साबित होंगे. दोनों राज्यों में बीजेपी का सुपड़ा साफ होगा. 8 अक्टूबर के नतीजे का बिहार में बड़ा साइड इफेक्ट दिखेगा.
दरअसल 8 अक्टूबर को चुनाव नतीजों से पहले शनिवार को एग्जिट पोल के नतीजे जारी हुए है. जिससे कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं. हरियाणा में कांग्रेस के 10 साल बाद सत्ता में लौटने का अनुमान है, जबकि जम्मू-कश्मीर के लिए कुछ एग्जिट पोल नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को सरकार बनाते हुए दिखा रहे हैं, जबकि कुछ गठबंधन को बहुमत से 10 से 15 सीटें दूर दिखा रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर एग्जिट पोल में गठबंधन को बढ़त
वहीं जम्मू-कश्मीर में गठबंधन को 40 सीटें मिलने का अनुमान है और बीजेपी को 30 सीटें मिलने का अनुमान है. एग्जिट पोल का अनुमान है कि पीडीपी और अन्य को 10-10 सीटें मिलेंगी और वे किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं. हालांकि, ये सिर्फ अनुमान हैं, नतीजे 8 अक्टूबर को ही आएंगे, जिसके बाद ये पता चलेगा कि जनता ने अपने लिए किस पार्टी को सही समझा. इसी अनुमान को लेकर बिहार में विपक्ष ये कहने लगा है कि इन राज्यों में नतीजे आने के बाद बिहार की सियासी हवा भी बदलेगी.