समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज रविवार (6 अक्टूबर) को किसान यूनियन के एक प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की. किसान नेताओं ने कहा कि वह अखिलेश यादव को अपना नेता मानते हैं और अखिलेश ही किसानों की आवाज उठाते हैं. समाजवादी पार्टी की सरकार में ही किसानों के हित में तमाम काम किए गए थे और भाजपा सरकार में किसानों ने सबसे ज्यादा आत्महत्या की हैं. भाजपा सरकार ने किसानों के हित में कोई भी काम नहीं किया है.
किसानों नेताओं ने बताया कि अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री रहते हुए समाजवादी सरकार में गन्ना मूल्य में पर्याप्त वृद्धि की गई थी और पूरा भुगतान भी करा दिया था. भाजपा सरकार के सात साल हो गए अभी तक किसानों का गन्ना मूल्य बकाया का पूरा भुगतान नहीं हुआ. भाजपा सरकार झूठे वादे ही करती है. उसकी कथनी-करनी में जमीन आसमान का अन्तर है.
किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि समाजवादी सरकार में ही कृषि उत्पाद के विपणन की व्यवस्था पर ध्यान दिया गया था. मंडियों की स्थापना से बुनियादी ढ़ांचा विकसित हुआ था. विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की गई थी. समाजवादी सरकार में गांव-खेती के लिए बजट में 75 प्रतिशत धनराशि रखी गई थी. किसान प्रतिनिधिमण्डल में भारतीय किसान यूनियन के बागपत जिला प्रभारी विनोद कुमार, जिला उपाध्यक्ष हरेन्द्र त्यागी, जिला प्रवक्ता हिम्मत सिंह समेत उपेन्द्र तोमर, गुलाब चौधरी धर्मपाल, विजय पाल सिंह, कृष्ण नैन शामिल थे.
भाजपा सरकार चलने वाली नहीं, गिरने वाली सरकार है- अखिलेश यादव
वहीं सपा कार्यालय पर अखिलेश यादव ने कहा है कि केन्द्र की भाजपा सरकार चलने वाली नहीं, गिरने वाली सरकार है. भाजपा सरकार ने किसानों, नौजवानों, व्यापारियों सभी को धोखा दिया है. भाजपा की गलत नीतियों से हर वर्ग परेशान और त्रस्त है. देश में महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है. भाजपा सरकार ने जनता से झूठे वादे किए.
किसान और गरीब की मदद होनी चाहिए- अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय, लखनऊ में आये बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि देश में किसान, नौजवान और गरीब बहुत परेशानी में है. किसानों को फसलों का सही मूल्य नहीं मिल रहा है. किसान और गरीब की मदद होनी चाहिए. समाजवादी सरकार के दौरान उत्तर प्रदेश में किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गये थे. किसानों को सुविधाएं दी गई थीं, मंडी बनवायी गयी थीं.