मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से मुलाकात की. इसके बाद विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार कांग्रेस विधायकों से पक्षपात कर रही है. सरकार ने विधायकों से पांच-पांच करोड़ के प्रस्ताव मांगे थे मगर कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में ₹1 भी आवंटित नहीं किया. हालांकि मुख्यमंत्री ने 7 दिन का समय दिया है.
विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार चर्चा के दौरान कहा कि कांग्रेस विधायकों ने कई समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से मुलाकात की. उनके सामने अपनी परेशानियां भी रखी. उन्होंने सबसे पहला मुद्दा सोयाबीन खरीदी का उठाया. सरकार केवल 20% सोयाबीन खरीदना चाहती है लेकिन कांग्रेस विधायकों ने शत प्रतिशत सोयाबीन खरीदने की मांग उनके सामने रखी. इसके अलावा सबसे बड़ा मुद्दा कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में पांच-पांच करोड़ के प्रस्ताव को लेकर बात रखी गई.
उमंग सिंघार ने बताया कि कांग्रेस विधायकों से भी पांच-पांच करोड़ के प्रस्ताव मांगे गए थे लेकिन काफी कम राशि आवंटित की गई है. 1 वर्ष सरकार को हो चुका है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 7 दिनों में समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है. कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि बीजेपी के कई विधायकों के विधानसभा क्षेत्र में अभी तक 15 करोड़ तक के काम स्वीकृत हो चुके हैं.
राशि आवंटन की सूची जारी की कांग्रेस में
नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि हरदा, सलवानी, भोपाल सेंट्रल, भोपाल नोर्थ, सुसनेर, भीकनगांव, कसरावद, सेंधवा, राजपुर, बड़वानी, जोबट, झाबुआ, थांदला, सरदारपुर, गंधवानी, मनावर, बदनावर, महिदपुर, तराना, मंदसौर में सरकार के पास पांच-पांच करोड़ के प्रस्ताव भेजे गए थे. इन प्रस्तावों को स्वीकृति भी मिल चुकी है जबकि हरदा में एक करोड़, महिदपुर में 25 लाख, तराना में एक करोड़, सरदारपुर में करोड़, जोबट में ढाई करोड़, सेंधवा में 14 लाख, भीकनगांव में 50 लाख, सुसनेर में 26 लाख की राशि आवंटित की गई है, जबकि नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र सहित कई कांग्रेसी विधायकों के क्षेत्र में ₹1 भी नहीं आवंटित किया गया है.