मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने रीवा के कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम में पांचवीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि विन्ध्य में प्राकृतिक संसाधन, खनिज पदार्थ और उद्योगों के विकास का सभी साधन उपलब्ध है.
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि प्रदेश के औद्योगिक विकास का यज्ञ है. उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों को अमली जामा पहनाने में हर विभाग और प्रशासन की टीम ने बहुत शानदार काम किया है. मध्य प्रदेश में निवेश के लिए उद्योगपति इच्छुक हैं. कॉन्क्लेव में 31 हजार करोड़ का निवेश जुटाने की घोषणा की गयी.
मुख्यमंत्री ने सिंगरौली और कटनी में कंटेनर डिपो बनाने का ऐलान किया. रीवा में दो दिन पहले एयरपोर्ट का शुभारंभ होने से विन्ध्य के विकास को गति मिलेगी. रीवा, सतना, सिंगरौली, मऊगंज और मैहर जिलों में नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की बात उन्होंने कही. मुख्यमंत्री ने बताया कि बैढ़न औद्योगिक केन्द्र में पानी की आपूर्ति के लिए 84 लाख रुपये की नई परियोजना मंजूर कर ली गई है. विन्ध्य में हेल्थ टूरिज्म का विकास करने के लिए प्रयास किए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने सीधी जिले के संजय दुबरी अभ्यारण्य में विश्व स्तरीय पर्यटन सुविधाओं को विकसित करने का ऐलान किया.
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का शुभारंभ
उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र की भागीदारी से होटल, रिसार्ट का विकास किया जाएगा. प्रदेश में बड़े उद्योगों की स्थापना के लिये नियमों को भी बदल दिया जायेगा. समारोह में उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि बाणसागर के पानी ने पूरे रीवा क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर बदली है. रीवा में विकास के लिए सफेद शेर की वापसी, गुढ़ में 750 मेगावॉट का सौर प्लांट, एयरपोर्ट की सौगात शामिल है. उन्होंने दावा किया कि रीवा में औद्योगिक, हरित और पर्यटन की क्रांति से गरीबी ढूंढे नहीं मिलेगी. उपमुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से निवेश का आह्वान किया. उन्होंने बताया कि प्रदेश में उद्योग की सुविधा विकसित हो चुकी है.
रीवा में अभी 3 लाख एकड़ क्षेत्र को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हुई है. अब 4 हजार करोड़ रुपये की लागत से रीवा जिले की एक-एक इंच भूमि को सिंचित किया जाएगा. उपमुख्यमंत्री शुक्ल ने रीवा और विंध्य क्षेत्र को सौगातों के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आभार व्यक्त किया. पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि 2024 इन्वेस्टर मीट के लिए इतिहास में दर्ज होगा. उन्होंने कहा कि सरकार उद्योग हित और श्रमिक हित का संकल्प व्यक्त करती है. उन्होंने मुख्यमंत्री को रीवा में आयोजन के लिए बधाई दी. समारोह में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य कश्यप ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से जिलों में उद्योगों का आत्मविश्वास बढ़ा है.
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव प्रदेश में समग्र और समेकित विकास की परिकल्पना को साकार करेगा. मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अगुवाई में प्रदेश निश्चित विकास के नए आयाम और ऊंचाइयों को छुएगा. रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के शुभारंभ अवसर पर मुख्य सचिव अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा मनु श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव उद्योग राघवेन्द्र कुमार सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय दुबे, प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से 2690 करोड़ की 21 औद्योगिक इकाईयों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया. रीवा और सतना में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एकेएस यूनिवर्सिटी और पर्यटन विकास निगम ने समझौते पर हस्ताक्षर किए. मुख्यमंत्री की मौजूदगी में नगर निगम रीवा ने औद्योगिक केन्द्र चोरहटा को जल आपूर्ति का एमओयू साइन किया.