लालू यादव को भारत रत्न देने की मांग करते हुए बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर (25 अक्टूबर) को पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्टर के जरिए ना सिर्फ लालू यादव को गरीबों का मसीहा बताया जा रहा है, बल्कि सर्वोच्च नागरिक सम्मान की मांग भी गई है. आरजेडी कार्यालय के बाहर लगे इस पोस्टर के जरिए की गई मांग ने बिहार की राजनीति गरमा दी है. आरजेडी लालू यादव को गरीबों का मसीहा बता रही है. आरजेडी के मुताबिक लालू यादव ने पटना में गरीबों को बसाया है.
लालू खुद ईडी-सीबीआई के रत्न हैं-जेडीयू
आरजेडी की इस मांग पर जेडीयू ने तंज कसा है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कटाक्ष करते हुए कहा कि लालू यादव खुद ईडी-सीबीआई के रत्न हैं. एबीपी न्यूज से बातचीत में उन्होंने कहा कि लालू यादव कैदी नंबर 3351 हैं, होटवार जेल रत्न हैं. बेशुमार दौलत के रत्न हैं.
दूसरी तरफ लालू यादव के भारत रत्न का कांग्रेस भी समर्थन कर रही है. कांग्रेस प्रवक्ता ने तो यहां तक कह दिया कि कर्पूरी ठाकुर के बाद, अगर सामाजिक बदलाव का दूसरा नाम कोई है, तो वह लालू यादव हैं. नीतीश और रामविलास भी लालू के नक्शे कदम पर चल रहे हैं.
हलांकि बीजेपी ने बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि क्या भारत रत्न बिहार की कई पीढ़ियों को गर्दिश में धकेलने के लिए?बीजेपी के प्रवक्ता नीरज सिंह ने आगे कई सवाल पूछते हुए कहा कि क्या भारत रत्न बिहार की कई पीढ़ियों को बेघर बार करने के लिए? क्या भारत रत्न बिहार में अंधकार का साम्राज्य फैलाने के लिए? क्या भारत रत्न राज्य के उद्योगों पर ताला लगवाने के लिए? क्या भारत रत्न अपहरण को उद्योग का दर्जा दिलवाने के लिए? क्या भारत रत्न उद्योगपतियों को बिहार से बाहर खदेड़ने के लिए? क्या भारत रत्न दर्जनों नरसंहार करवाने के लिए?
प्रवक्ता नीरज सिंह ने क्या कहा?
प्रवक्ता नीरज सिंह ने आगे कहा कि भारत रत्न की ऐसी कोई कैटिगरी अब तक नहीं बनी! बिहार के महाविनाश की महागाथा लिखने वाले हे महापुरुष, आपके पापों से आज भी बिहार उबर नहीं पाया है. माफ कीजिए बिहार को अब मत याद दिलवाइए उन स्याह दिनों की. बिहार को आगे बढ़ने से मत रोकिए. करना है तो प्रायश्चित कीजिए अपने पापों का. महादेव आपका कल्याण करे.