उज्जैन में ईओडब्ल्यू ने करोड़ों रुपये की काली कमाई का पर्दाफाश किया है. करोड़ों रुपये रिटायर्ड बैंक अधिकारी के घर से बरामद हुए हैं. घर पर ईओडब्ल्यू की 30 सदस्यीय टीम लगातार सर्च कर रही है. बसंत विहार इलाके में रहने वाले अनिल सुहाने सहकारी केंद्रीय बैंक से रिटायर्ड हुए हैं.
उन्होंने सहायक प्रबंधक के रूप में सेवाएं दी थी. नौकरी की शुरुआत में अनिल सुहाने का 3000 वेतन था. 31 दिसंबर 2024 को सहायक प्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त हुए है. आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ को अनिल सुहाने के पास करोड़ों रुपये की नौकरी के दौरान अवैध तरीके से हासिल करोड़ों रुपये की अचल संपत्ति की शिकायत मिली थी.
शिकायत के आधार पर ईओडब्ल्यू ने घर पर छापामार कार्रवाई की. ईओडब्ल्यू एसपी दिलीप सोनी ने एबीपी न्यूज को कार्रवाई का ब्योरा दिया. उन्होंने बताया कि छापेमारी में अनिल सुहाने और भाइयों के नाम पर भूखंड, कमर्शियल प्लॉट, मकान सहित 5 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति का पता चला है. घर से 9,00,000 की नगदी और अन्य निवेश संबंधी दस्तावेज मिले हैं. कागजात की जांच की जा रही है.
सेवानिवृत्ति बैंक अधिकारी के घर मिला कुबेर का खजाना
सेवानिवृत्ति बैंक अधिकारी का बसंत विहार में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित आलीशान बंगला है. इसके अलावा बसंत विहार में ही चार मंजिला व्यावसायिक परिसर, शिप्रा बिहार में 2300 वर्ग फुट का भूखंड, विनय नगर में दो भूखंड, दावा बाजार में दो दुकान, सोने चांदी के जेवर, तीन कार, तीन बैंक लॉकर और बैंकों में जमा लाखों रुपये की रकम का पता चला है. सेवानिवृत अधिकारी अनिल सुहाने को अभी तक वेतन के रूप में 70 लाख रुपये की राशि मिली है. छापेमारी में 7 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का मिलना बड़े सवाल खड़े करता है. ईओडब्ल्यू की आगे भी कार्रवाई जारी है.