मध्य प्रदेश के दमोह में सोमवार (10 फरवरी) सुबह एक शर्मनाक घटना सामने आई, जब नौंवी कक्षा की दो छात्राओं ने चलती बस से कूदकर अपनी इज्जत बचाई. बस चालक और कंडक्टर समेत चार लोगों की अश्लील हरकतों से तंग आकर छात्राओं ने यह खतरनाक कदम उठाया. घटना में दोनों लड़कियां घायल हो गईं, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.
पुलिस उपाधीक्षक (DSP) भावना डांगी ने बताया कि छात्राएं टोरी के एक स्कूल में पढ़ती हैं और अधरोटा से परीक्षा देने के लिए बस में सवार हुई थीं. बस में पहले से मौजूद चालक मोहम्मद आशिक, कंडक्टर बंशीलाल और दो अन्य लोग हुकुम सिंह और माधव असाटी ने उन पर अश्लील टिप्पणियां करना शुरू कर दिया, इससे परेशान होकर जब लड़कियों ने बस रोकने को कहा तो आरोपियों ने बस रोकने से मना कर दिया और उन्हें घूरते रहे.
पिछला दरवाजा बंद होने पर लड़कियों ने लगाई छलांग
ये घटना और भी भयावह तब हो गई जब आरोपियों ने बस का पिछला दरवाजा बंद कर दिया, जिससे छात्राओं को संदेह हुआ कि उनके साथ कुछ गलत होने वाला है. अपनी सुरक्षा को लेकर डरी हुई इन लड़कियों ने बिना देरी किए बस से कूदने का फैसला किया. हालांकि यह कदम बेहद खतरनाक था, लेकिन उनकी हिम्मत और सतर्कता ने उन्हें किसी बड़ी अनहोनी से बचा लिया.
आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा ने बताया कि चारों आरोपियों को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) एवं पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.
यह घटना लड़कियों की जागरूकता और साहस का उदाहरण है. उन्होंने खौफ में जीने की बजाय खुद को बचाने के लिए जोखिम उठाया. यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अब और लापरवाही नहीं बरती जा सकती.